विश्व के उत्कृष्ट पायलट इन्हीं स्तम्भ द्वारों से हो कर गुज़रते हैं ।

थल प्रशिक्षण

इग्रुआ में एब-इनिशियो टू सीपीएल कोर्स के लिए लगभग 2 वर्षों का प्रशिक्षण दिया जाता है। पहले 4-5 महीनों के दौरान प्रशिक्षु थल प्रशिक्षण विभाग में होते हैं, जहां उन्हें एयर नेविगेशन, एवियोनिक्स (रेडियो एड्स और इंस्ट्रुमेंटेशन), विमानन मौसम विज्ञान, सामान्य तकनीक, वायु विनियम रेडियो टेलीफोनीक जैसे विषयों से प्रशिक्षित किया जाता है। इसके बाद उन्हें उड़ान संचालन केन्द्र भेजा जाता है।

प्रशिक्षण

थल प्रशिक्षण उच्च योग्य और समर्पित प्रशिक्षकों की एक टीम द्वारा प्रदान किया जाता है जिसमें एक मुख्य थल अनुदेशक एवं चार थल अनुदेशक (विशेष संकाय के सदस्य) शामिल होते हैं। छात्रों को थल प्रशिक्षण विषयों में एटीपीएल स्तर पर लाने के लिए कुल 489 व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं। थल प्रशिक्षण विषयों के लिए प्रशिक्षकों की टीम इस प्रकार से है -
क्र.सं विषय नाम अनुभव
क. मुख्य उड़ान अनुदेशक विंग कमांडर एस चक्रवर्ती पूर्व वायुसेना अधिकारी, मानव संसाधन एवं वैमानिकी में एमबीए एवं काउंसलिंग में एम एस सी
ख. वैमानिकी मौसमविज्ञान एयर कमोडोर सी पी रनदेव पूर्व वायुसेना अधिकारी, भौतिकी में एमएससी एवं प्रबंधन में स्नातकोत्तर
ग. सामान्य तकनिकी एयर कमोडोर वी के मिश्रा पूर्व वायुसेना अधिकारी एम टेक आई आई टी खड़गपुर, डिफेंस एवं स्ट्रेटेजिक स्टडीज में एम एस सी
घ. एवियोनिक्स एयर कमोडोर आर गुप्ता पूर्व वायुसेना अधिकारी रक्षा शास्त्र में एम एस सी, एमबीए एवं एम फिल
ङ.. एयर नेविगेशन ग्रुप कैप्टन वी के सिंह पूर्व वायुसेना अधिकारी क्वालिफाईड नेविगेशन इंस्ट्रक्टर
थल प्रशिक्षण की छवि
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